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महात्मा गांधी (1869-1948) महात्मा गांधी का जीवन परिचय | mahatma gandhi ka jivan parichay | 2 October mahatma gandhi

महात्मा गांधी का जीवन परिचय ( mahatma gandhi ka jivan parichay ) हमारे महात्मा गांधी जिन्हें हम प्यार से बापू और भारत के राष्ट्रपिता कहते है। इनका पूरा नाम मोहनदास करम चन्द्र गांधी था इनका जन्म 2 अक्टूबर,1869 को गुजरात के पोरबन्दर स्थान पर हुआ था गांधी जी के पिता का करम चन्द्र गांधी था और इनकी माता का नाम पुतलीबाई था

सन् 1891 में इन्होने इग्लैंड से बैरिस्टरी (वकालत) पास की थी और पहले राजकोट(गुजरात) में और फिर मुम्बई में वकालत करने लगे थे।सन् 1893 में उन्हें दक्षिणी अफ्रीका की एक व्पापारिक कम्पनी से निमन्त्रण आया था जिसे इन्होने स्वीकार किया और अपने देश को छोड़कर दक्षिणी अफ्रीका को चले गये थे।

दक्षिणी अफ्रीका में गांधी जी ने गोरों द्वारा काले(अफ्रीकी तथा भारतीय लोगों से रंगभेद की नीति के विरूध्द विरोध प्रकट किया था। फिर इन्होने नटाल भारतीय कांग्रेस का निर्माण किया था इसके पश्चात इन्हें जेल में डाल दिया गया था। इसके बाद हमारे महात्मा गांधी जी ने वह एशियाटिक (काले लोगों का) अधिनयम और

ट्रांसवाल देशान्तर वास अधिनियम के विरूध्द भी विरोध प्रकट किया और अपना अहिंसात्माक सविनय अवज्ञा आन्दोलन प्रारम्भ किया।

इस विरोध के कारण दक्षिणी अफ्रीका की सरकार को खतरा महसूस हुआ तो सहकार ने आवाज सुनी और सरकार ने 1914 में भारतीय के विरूध्द अधिकतकर कानून रद कर दिया था।

इसके बाद गांधी जी सन् 1914 में भारत लौट आये और इसके बाद लोग उनके कामों को देख कर उन्हें महात्मा कहने लगे थे।महात्मा गांधी जी ने 1917 में बिहार के चम्पारन जिला के नील के बग़ीचों के युरोपीय मालिकों के विरूध्द भारतीय मजदूरों को एकत्रित किया था।

इसके बाद सन् 1919 को हुई जलियाँवाला बाग दुर्घटना से गांधी जी बहुत परेशान हुये थे।फिर जब रौलट ऐक्ट सन् 1919 में पास हुआ तो बहुत अधिक परेशान होकर देश में सक्रिय राजनीति करने लगे इसके बाद गांधी जी ने असहयोग नीति को अपनाया था इसके दौरान गांधी जी ने 1920 में असहयोग आन्दोलन आरम्भ कर दिया ।

सन् 1942 में उन्होने अंग्रेजों के खिलाफ भारत छोड़ो आन्दोलन किया जिसके बाद उन्हे तुरन्त बन्दी बना लिया गया था इसी के साथ गाँधी 30 जनवरी को सन् 1948 को मन्दिर से पूजा करके वापस लौटने के समय एक कट्टर पंथी जिसका नाम नाथूराम गोड्से था उसने हमारे राष्ट्रपिता  महात्मा गांधी जी की गोली मारकर हत्या कर दी थी लेकिन हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी अब भी हमारे देश की मुद्रा पर उनका फोटो बना हुआ जिससे की वह हमारे देश के प्रत्येक व्यक्ति पास आज भी मौजूद हैं।

आज हम सभी लोग महात्मा गांधी का जीवन परिचय पढ़ कर उनके बारे जान चुके है वे कितने महान थे इसका अनुमान भी लगा पाना मुश्किल है ऐसे महान पुण्य आत्मा का इस धरती पर पुन: जन्म लेना संभव नहीं लगता है। आज 2 अक्टूबर के दिन हम उन्हें याद कर रहें है।

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